रेल रिजर्वेशन काउंटर नहीं होंगे बंद;टिकट खरीदने वाले अफवाहों से बचें

रेल रिजर्वेशन काउंटर नहीं होंगे बंद;टिकट खरीदने वाले अफवाहों से बचें

भारतीय रेल में हर रोज ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर

रेल रिजर्वेशन काउंटर नहीं होंगे बंद;टिकट खरीदने वाले अफवाहों से बचें

रेल हमारी लाइफ लाइन है। याद है न, जब साल 2014 में रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में अपना पहला रेल बजट पेश करते हुए कहा था कि भारतीय रेल में हर रोज ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर यानी 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं।

कोरोना आने से पहले रेलवे, सीनियर सिटिजन को टिकट में छूट यानी Concession देती थी। इसमें 58 साल से ज्यादा उम्र की महिला को रेल यात्रा के दौरान किराए में 50% और 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों को किराए में 40% छूट मिलती थी।                  रणबीर-आलिया की ‘ब्रह्मास्त्र’ 9 सितंबर को होगी रिलीज

सीनियर सिटीजन और स्पोर्ट्स समेत बाकी कैटेगरी के यात्रियों को मिलने वाली Concession Ticket की सुविधा दोबारा शुरू करने को लेकर रेलवे प्लान तैयार कर रही है। फिलहाल इस बार कोई फैसला सामने नहीं आया है। हालांकि यह सुविधा सिर्फ जनरल और स्लीपर क्लास के लिए ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।रेलवे जल्द ही

यात्रा की योजना बनाने वाली यात्रियों को सुविधा

रेल रिजर्वेशन काउंटर नहीं होंगे बंद;टिकट खरीदने वाले अफवाहों से बचें

ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल शुरू करने की योजना बना रहा है। इससे हाई रेवेन्यू जनरेट करने में मदद मिलेगी, जिससे Concession Ticket वाली सुविधा का बोझ कम पड़ेगा। यह योजना फिलहाल करीब 80 ट्रेनों में लागू है।रेलवे की प्रीमियम तत्काल योजना एक कोटा है। यह लास्ट टाइम में यात्रा की योजना बनाने वाली यात्रियों को सुविधा देता है। इसमें यात्रियों से ट्रेन का मूल किराया और एक्स्ट्रा तत्काल शुल्क लिया जाता है और बर्थ का रिजर्वेशन होता है।

रेलवे को लेकर एक और खबर पिछले कुछ दिनों से हर जगह चल रही है। वो ये कि ट्रेन में ज्यादा सामान लेकर यात्रा करने पर जुर्माना भरना पड़ेगा। अब उसकी भी बात कर लेते हैं…न में कोई पक्षी या पालतू जानवर ले जाने के लिए अलग से लगेज वैन में बुकिंग करानी होगी। जानवर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी यात्री की होगी।

अगर आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो दो स्टेशन पार होने के बाद ही TTE आपकी सीट किसी और व्यक्ति को अलॉट कर सकते हैं।
आपको ट्रेन में मिडिल बर्थ अलॉट हुआ है, तो इसका इस्तेमाल आप रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही कर सकते हैं।
अगर आपको डेस्टिनेशन एड्रेस के बजाय आगे जाना है, तो TTE से आगे तक के स्टेशन का टिकट खरीदकर आसानी से यात्रा कर सकते हैं।

 रिजर्व्ड लोअर बर्थ के साथ बेबी बर्थ की व्यवस्था

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एक महिला अपने बच्चे के साथ अकेले ट्रेन में सफर करती है तो उसे नीचे की बर्थ देने का नियम है, लेकिन इसमें भी बच्चे के सीट से गिरने का डर रहता है। मां के साथ छोटे बच्चे आराम से सो सकें, इसके लिए अब भारतीय रेलवे ने एक अनूठी सुविधा दी है। रेलवे ने महिलाओं के लिए लोअर बर्थ के साथ ‘बेबी बर्थ’ का भी इंतजाम कर दिया है।

ट्रेन के रिजर्व्ड बर्थ की चौड़ाई कम होती है। इस वजह से महिलाओं को बच्चों के साथ सफर करने में दिक्कत आती है। खासकर रात के सफर में सोने में सबसे ज्यादा प्रॉब्लम होती है। इसलिए महिला के लिए अब रिजर्व्ड लोअर बर्थ के साथ बेबी बर्थ की व्यवस्था भी की गई है। इस बेबी बर्थ में इस बात का ध्यान रखा गया है        DSSSB Recruitment 2022 – 547 टीचर, मैनेजर पदों के लिए आवेदन करें

बच्चा बर्थ से नीचे न गिरे।बच्चे की सुविधा देखते हुए बेबी बर्थ में एक स्टॉपर लगाया गया है। इस पर ऊपर की तरफ एक छोटा हैंडल और साइड में भी एक रॉड लगा है, जिससे बच्चा सोते वक्त सुरक्षित रहे। दोनों तरफ तकिया लगाकर बच्चे को उसमें सुलाया जा सकता है। यह मेन बर्थ सीट से अटैच है और फोल्डेबल भी है।

बेबी बर्थ में दो बेल्ट हैं। इस बेल्ट से बेबी को पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सकता है। मां अगर सो रही है तो भी बेल्ट की वजह से बच्चा गिरेगा नहीं।रेलवे बच्चे की बर्थ के लिए कोई एक्स्ट्रा किराया नहीं लेगा। इसके लिए रिजर्वेशन के दौरान बच्चे के नाम का फॉर्म भरना होगा। तभी सफर में आपको बेबी बर्थ मिलेगी।