आज नई दिल्ली में एक दिवसीय बैठक में पितृ सेवा के लिए संघ के पुजारी Shri Jual Oramऔर राज्य के पादरी श्री दुर्गादास उइके ने योजनाओं के विकास की समीक्षा की और अगले 100 दिनों के लिए सेवा के प्रमुख अभियानों पर चर्चा की।
बैठक की शुरुआत सेवा
बैठक की शुरुआत सेवा की योजनाओं और अभियानों पर विस्तृत चर्चा के साथ हुई, जिसके बाद बजट की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
बैठक में जिन प्रमुख योजनाओं और अभियानों पर चर्चा की गई वे थीं:
- आदिवासी छात्रों के लिए अनुदान योजनाएं,
- प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महा अभियान (PM-जनमन),
- प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना (PMAAGY),
- एकलव्य मॉडल निजी स्कूल (EMRS),
- व्यवसाय योजनाएं,
- संविधान के अनुच्छेद 275 (1) के तहत पुरस्कार,
- आदिवासी विकास फाउंडेशन (TRI) को सहायता,
- स्वयंसेवी संगठनों (NGO) को सहायता,
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम,
- सेवा के विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले अन्य अधीनस्थ मामले।
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Shri Jual Oram
श्री ओराम ने एक व्यापक और निष्पक्ष समाज के निर्माण में इन अभियानों के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री उइके ने इन विचारों को दोहराया और इन अभियानों को आगे बढ़ाने के लिए अपेक्षित सहकारी प्रयासों पर प्रकाश डाला। सचिव (आदिवासी मामले), श्री विभु नायर ने वरिष्ठ
अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण अनुभव दिए और आदर्श और प्रभावी निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत योजनाएं बनाईं। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सेवा दल आदिवासी समुदाय को सहायता प्रदान करने के लिए निर्धारित उद्देश्यों के लिए अथक प्रयास करेगा।