Telecom Network Security:श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने स्थानीय तकनीक का उपयोग करते हुए 5G कॉल का परीक्षण किया संघ के अध्यक्ष श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया और राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्र शेखर
Telecom Network Security
दूरसंचार संगठन में पहचान योग्य प्रमाण और डिजिटल खतरों और हानिकारक गतिविधियों की निगरानी के लिए ध्यान केंद्रित किया गया सीडीओटी स्थानीय दूरसंचार व्यवस्थाओं सहित स्थानीय प्रगति के निर्माण में प्रभावी रूप से काम कर रहा है
उत्तर पूर्वी जिले के संचार और विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज संचार और प्रांतीय विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्र शेखर के साथ मिलकर टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (सी-स्पेक) दिल्ली ग्राउंड में संगठन कार्य केंद्र की शुरुआत की।
केंद्र ने देश में दूरसंचार नेटवर्क में डिजिटल खतरों की पहचान और जांच के लिए स्थानीय रूप से सुरक्षा ढांचा तैयार किया है। मैलवेयर, रैनसमवेयर, DoS, DDoS, DNS सक्रियण, दुर्भावनापूर्ण स्थान संचार आदि जैसी विभिन्न हानिकारक गतिविधियों की अब आसानी से पहचान की जा सकती है।
पायलट 5Gनिर्णय पर भी सहमति
पत्राचार विभाग के अधिकारियों ने बीएसएनएल के लाइव संगठन में एक पायलट 5G निर्णय पर भी सहमति जताई। यह 5G कॉल स्थानीय रूप से निर्मित 5G रेडियो और 5जी सेंटर (एनएसए) का उपयोग करके किया गया।
उन्होंने सीडीओटी परिसर में स्थित सीडीओटी विकास केंद्र और आईटीयू क्षेत्रीय कार्यालय का भी दौरा किया। दौरे के दौरान, उन्होंने सीडीओटी द्वारा समर्थित व्यवसायियों से भी बातचीत की।
पादरियों ने सी-स्पॉट के अन्य सतत स्थानीय नवाचार कार्यक्रमों का भी अवलोकन किया, जिसमें 4G/5G, क्वांटम कुंजी प्रसार (क्यूकेडी), पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी (पीक्यूसी), डिजिटल सुरक्षा व्यवस्था, डिबेकल द मैनेजमेंट सेल प्रसारण व्यवस्था, ऑप्टिकल और उच्च स्तरीय सुरक्षा परियोजनाएं शामिल हैं।
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दूरसंचार नवाचारों की योजना
श्री सिंधिया ने दूरसंचार नवाचारों की योजना और विकास से जुड़े युवा विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों से बातचीत की। सी-स्पॉट के डिजाइनरों ने कई नवाचार प्रयोगशालाओं में पादरी को विभिन्न रचनात्मक दूरसंचार प्रगति दिखाई।
श्री सिंधिया और डॉ. शेखर ने स्थानीय तकनीक का उपयोग करके पूरी तरह से विकसित किए गए एंड-टू-एंड 4G/5G ढांचे सहित विभिन्न स्थानीय दूरसंचार उत्पादों और व्यवस्थाओं को बनाने में सी-स्पॉट के समूहों के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने इस उपलब्धि को सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और अनुसंधान एवं विकास को सहायता और उन्नयन का आश्वासन दिया।
सी-डैब के अध्यक्ष डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने अत्याधुनिक दूरसंचार तकनीक और व्यवस्थाओं को विकसित करने की दिशा में सी-स्पैक की जिम्मेदारी की गारंटी दी।