ICSSR Research Internship Program:जोरदार समाजशास्त्र अनुसंधान भारतीयता के सभ्यतागत लोकाचार को मजबूत करता है और भविष्य के लिए रास्ता साफ करता है – श्री धर्मेंद्र प्रधान
ICSSR Research Internship Program
शिक्षा के लिए एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में मित्र और मानव विज्ञान में भारतीय समाजशास्त्र अनुसंधान परिषद ICSSR Research Internship Program की शुरुआत की। उन्होंने ICSSR अनुसंधान सहायकों को नियुक्ति पत्र भी दिए।
श्री प्रधान ने यूजी, पीजी और डॉक्टरेट छात्रों को “भारत में समकालिक निर्णय: एक देश, एक राजनीतिक दौड़” पर सार्वजनिक शोध निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।
इस अवसर पर आईसीएसएसआर के सह सचिव प्रो. धनंजय सिंह, आईसीएसएसआर के निदेशक प्रो. दीपक के. श्रीवास्तव, शिक्षाविद, संस्थानों के प्रमुख, शोधकर्ता और छात्र भी मौजूद थे।
श्री प्रधान ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि यह अस्थायी पद समाजशास्त्र के स्नातकोत्तर छात्रों के लिए एक उल्लेखनीय अवसर प्रस्तुत करता है और समाजशास्त्र अनुसंधान को सुदृढ़ करेगा, जो सामाजिक उन्नति को प्राप्त करने, नवीन व्यवधानों को अपनाने और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है और विकसित भारत के सामाजिक लक्ष्य के अनुरूप है।
ICSSR Research Internship Program:उन्होंने आगे कहा कि कंप्यूटर आधारित बुद्धिमत्ता जैसी प्रगति के साथ नौकरियों की अवधारणा तेजी से बदल रही है और समाजशास्त्र के क्षेत्र में अनुसंधान यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा कि यांत्रिक व्यवधान सामाजिक विकास में मदद करें।
सार्वजनिक प्रशिक्षण रणनीति 2020
ICSSR Research Internship Program: श्री प्रधान ने यह भी कहा कि सार्वजनिक प्रशिक्षण रणनीति 2020 ने गुणवत्ता वाले समाजशास्त्र अनुसंधान की आवश्यकता को पहचाना है, जो सामाजिक व्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि आईसीएसएसआर अस्थायी रोजगार कार्यक्रम व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने और प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों का एक समूह बनाने की दिशा में एक और कदम है, जो रणनीति अनुसंधान, सूचना जांच और सामाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में योगदान दे सकते हैं। पादरी ने कहा कि भारत एक जीवंत प्राचीन विकास है,
ICSSR Research Internship Program: जिसने अपने मूल व्यक्तित्व को बनाए रखते हुए नवाचार को अपनाया है। उन्होंने कहा कि सक्रिय समाजशास्त्र अनुसंधान सभ्यतागत भोजन और विकास की गारंटी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह अभियान भारतीयता के सभ्यतागत लोकाचार को सुदृढ़ करेगा और भविष्य के लिए तैयार करेगा।
NEP 2020 की प्रस्तुति
NEP 2020 की प्रस्तुति के साथ, अस्थायी नौकरियों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, जिसका उपयोग पब्लिक क्रेडिट स्ट्रक्चर (एनसीआरएफ) के माध्यम से स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) कार्यक्रमों की तलाश करने वाले छात्रों को क्रेडिट प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।
आईसीएसएसआर अस्थायी नौकरी कार्यक्रम व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित करने और प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों का एक समूह बनाने की दिशा में एक और कदम है जो रणनीति अनुसंधान, सूचना जांच और सामाजिक उन्नति जैसे क्षेत्रों में योगदान दे सकते हैं।
आईसीएसएसआर में प्रवेश स्तर की नौकरी कार्यक्रम की योजना इस महत्वपूर्ण लक्ष्य के साथ बनाई गई है कि शिक्षा को अनुसंधान क्षमताओं के साथ समन्वित किया जाए ताकि युवा सामाजिक शोधकर्ताओं और मानवतावादियों को रोजगार के बदलते तत्वों के लिए तैयार किया जा सके और सामाजिक विकास के प्रति उनकी महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता सुनिश्चित की जा सके।
अस्थायी नौकरी कार्यक्रम की विशिष्टता पारंपरिक जानकारी और प्रक्रियाओं के साथ वर्तमान स्कूली शिक्षा और क्षमताओं का सामंजस्य है।
भारत के विकास का एक अभिन्न अंग
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के इस दृष्टिकोण से प्रेरणा लेते हुए कि अनुसंधान भारत के विकास का एक अभिन्न अंग है तथा “भारत में कौशल विकास और व्यवसाय मूलभूत आवश्यकताएँ हैं,” ICSSR ने इस मिशन पर काम करना शुरू किया है, ताकि युवाओं को सामाजिक और मानव विज्ञान में गुणवत्तापूर्ण अध्ययन करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान किया जा सके।
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यह अस्थायी कार्य शैक्षणिक जानकारी और रोजगार योग्यता के बीच किसी भी समस्या को दूर करने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य विचार, सूचना संग्रह, परीक्षण और त्रुटि, तथा रिपोर्ट प्रदर्शन सहित अनुसंधान कौशल विकसित करना है।
छात्र कॉलेजों, अनुसंधान थिंक टैंक, उद्योग और समुदाय के अनुभवी और प्रभावी मार्गदर्शकों के साथ काम करके अनुसंधान उपकरणों, रणनीतियों और वास्तविक अनुप्रयोगों में गहन अंतर्दृष्टि प्राप्त करेंगे।
कार्यक्रम बहु-विषयक होने का इरादा रखता है, जिसमें चयनित उम्मीदवार सामाजिक और मानव विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि अंतर्दृष्टि, जनसंख्या अध्ययन, सामाजिक विज्ञान, अनुप्रयुक्त मनोविज्ञान, सामान्य स्वास्थ्य और रणनीति, वैश्विक संबंध, विकास अध्ययन, भाषा अध्ययन, मानव विज्ञान आदि को संबोधित करेंगे।
अन्वेषण अस्थायी नौकरी कार्यक्रम
अन्वेषण अस्थायी नौकरी कार्यक्रम के लिए विज्ञापन को 3600 से अधिक आवेदनों के साथ असाधारण रूप से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। एक विस्तृत चयन प्रक्रिया का पालन करने और समावेशिता सुनिश्चित करने के बाद, ICSSR ने देश के विभिन्न हिस्सों से 40 उम्मीदवारों को छात्रों के रूप में नियुक्त करने के लिए चुना है।
प्रवेश स्तर की नौकरी कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के 17 प्रबंधनीय विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर शोध के लिए अपेक्षित कौशल पर सार्वजनिक और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन शामिल होंगे। हाल ही में भारत द्वारा अत्यंत सफल जी-20 प्रशासन वक्तव्य में इसका उल्लेख किया गया है।