अंकिता ने छोड़ा था घर,पहली सैलरी भी नहीं मिल पाई और जिंदगी खत्म हो गई

अंकिता ने छोड़ा था घर,पहली सैलरी भी नहीं मिल पाई और जिंदगी खत्म हो गई

अंकिता पर था एक्स्ट्रा सर्विस का दबाव

अंकिता ने छोड़ा था घर,पहली सैलरी भी नहीं मिल पाई और जिंदगी खत्म हो गई

 

श्रीनगर से पौड़ी के रास्ते पर 22 किमी आगे बढ़ने पर बसे इसी गांव में अंकिता भंडारी का घर है। अंकिता ऋषिकेश के वनंतरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थीं और गेस्ट को स्पेशल सर्विस देने से इनकार करने पर उसकी हत्या कर दी गई थी।उत्तराखंड का डोभ श्रीकोट गांव। श्रीनगर से पौड़ी के रास्ते पर 22 किमी आगे बढ़ने पर बसे इसी गांव में अंकिता भंडारी का घर है।

अंकिता बहुत इंटेलिजेंट थी। 12वीं तक पढ़ाई की। घर की स्थिति ऐसी थी कि उसे लगा कि परिवार के कुछ करना चाहिए। यहां आने-जाने का रास्ता तक नहीं है। फिर भी परिवार ने जैसे-तैसे उसे पढ़ाया था। उसे रिसॉर्ट में जॉब मिल गई, तो हमने सोचा कि चलो अच्छा काम मिल गया। वह रोज मम्मी से बात करती थी। 18 सितंबर को अचानक उसका मोबाइल बंद हो गया।

अंकिता ऋषिकेश के वनंतरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थीं और गेस्ट को स्पेशल सर्विस देने से इनकार करने पर उसकी हत्या कर दी गई थी।अंकिता के गांव में अभी महज 50 लोग रहते हैं। 20 साल पहले यहां की आबादी करीब 200 थी। ये लोग रोजगार की तलाश में पलायन कर गए। अंकिता का परिवार, दोस्त, रिश्ते सब इसी गांव में हैं।    विधायकों ने दी इस्तीफे की धमकी,CM हाउस पर विधायकों का पहुंचना शुरू     

वह भी परिवार की मदद करना चाहती थीं, इसलिए 12वीं के बाद होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया और काम के लिए ऋषिकेश आ गईं। पहली सैलरी मिलने से पहले ही अंकिता की जिंदगी खत्म हो गई।सफेद रंग की पुताई वाला पुराना सा घर। यहीं उनका बचपन बीता और रिसॉर्ट में नौकरी से पहले भी वह यहीं रह रही थीं। पहाड़ के इस हिस्से में मातम है। बेटी के चले जाने का दुख है और इस दुख से भरा सूनापन।

अलकनंदा के घाट पर हुआ अंकिता का अंतिम संस्कार

अंकिता ने छोड़ा था घर,पहली सैलरी भी नहीं मिल पाई और जिंदगी खत्म हो गई

घर में Ankita की किताबें रखी हैं। कुछ कॉपियां हैं, जिनमें परिवार उसकी राइटिंग निहारता है। यही कागज अब अंकिता की यादों में बदल गए हैं। अंकिता के लापता होने के बाद क्या हुआ था। उन्होंने बताया कि हमने पहले पटवारी से बात की। उसने तो रिपोर्ट लिखने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद हमने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से बात की। पुलिस एक्टिव हुई। SDM ने केस यहां ट्रांसफर किया। लोगों ने भी बहुत मदद की। 20 तारीख से वे साथ खड़े रहे। अंतिम संस्कार तक साथ मौजूद थे।                Railway NCR Prayagraj Bharti 2022 | रेलवे एनसीआर प्रयागराज 1664 पदों पे अप्रेन्टिस भर्ती   

पहले तो हमें पता ही नहीं चला अंकिता के साथ क्या हुआ है। उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। जम्मू से Ankita के एक दोस्त का फोन आया। इससे पता चला। फिर Ankita के पापा यहां से गए। हमें रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने भी नहीं बताया कि क्या हुआ है। उसे तो बताना चाहिए था कि आपकी बेटी यहां से गायब हो गई है। वह गया पटवारी के पास। उसने वहां गलत रिपोर्ट लिखाई कि वह मानसिक तनाव में थी।उत्तराखंड के श्रीनगर में साढ़े 8 घंटे चले प्रदर्शन के बाद रविवार को अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

पहले परिवार ने डीटेल्ड पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। अधिकारियों ने पिता को भरोसा दिया कि पुलिस इस केस की अच्छे से तफ्तीश करेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। इसके बाद परिवार अंत्येष्टि के लिए राजी हो गया।

Ankita की हत्या से गुस्साई महिलाओं ने पुलिस वैन रूकवाकर तीनों आरोपियों को पीट दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब आरोपियों को पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार लेकर जा रही थी। इसी दौरान बैराज पुल से आगे कोडीया में सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी रोक ली और तीनों को जमकर पीटा।

हालांकि, पुलिस के बीच-बचाव के बाद भीड़ से उन्हें बचाया गया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपियों पर हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराएं बढ़ा दी गई हैं।