प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्क लगाकर संसद पहुंचे हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्क लगाकर संसद पहुंचे हैं

  नरेंद्र मोदी मास्क लगाकर संसद पहुंचे हैं

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चीन में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं। भारत में भी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। संसद के विंटर सेशन के दौरान गुरुवार को कोरोना अलर्ट का असर दिखाई दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्क लगाकर संसद पहुंचे हैं।
लोकसभा के स्पीकर आम बिड़ला और राज्यसभा के स्पीकर जगदीप धनखड़ भी मास्क लगाए हुए नजर आए। कई सांसद ऐेसे भी दिखे, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था। ओम बिड़ला ने सभी सांसदों से कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक बार फिर महामारी विकराल रूप ले रही है, इसीलिए सभी को सतर्क रहना होगा।

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सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का भी निर्देश दिया गया

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संसद में सभी के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का भी निर्देश दिया गया है।दोनों सदनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कोरोना को लेकर बयान देंगे।PM मोदी आज दोपहर कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। इसके अलावा दिल्ली, UP, कर्नाटक, महाराष्ट्र में भी इमरजेंसी मीटिंग होगी।पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी में मास्क काफी प्रभावी है। इसे पहनने में कोई बुराई नहीं है, क्योंकि ये हमें हवा में मौजूद कीटाणु से भी बचाते हैं।

इस बार भी हम कोरोना को रोक लेंगे

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AAP सांसद राघव चड्ढा ने चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों से भारत में असर को लेकर संसद में चर्चा की मांग की है।ओम बिड़ला ने कहा कि कोरोना को लेकर हमारे पुराने अनुभव बेकार रहे हैं। इस बार हमें बहुत ज्यादा निगरानी रखनी होगी। जैसे हमने पहले महामारी को रोकने में सफल हुए थे,वैसे ही इस बार भी हम कोरोना को रोक लेंगे। हालांकि, विपक्षियों ने कोरोना और तवांग झड़प को लेकर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद सभा स्थगित कर दी गई।विपक्षी दल लगातार तंवाग झड़प मामले में सरकार को घेरने में लगे हुए हैं।

तवांग झड़प मामले में संसद में विस्तार से चर्चा हो

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हर सत्र में कह रहे हैं कि सरकार को इस पर चर्चा करनी चाहिए, लेकिन केंद्र का कहना है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर अपना बयान दे दिया है।बुधवार को 12 विपक्षी दलों के सांसदों ने चीन सीमा विवाद पर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। सांसदों ने सरकार मांग की है कि तवांग झड़प मामले में संसद में विस्तार से चर्चा हो। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे।कोविड को लेकर देश में आज से, यानी गुरुवार से ही पाबंदी शुरू होने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ये जानकारी दी है।

चीन की हालत तो बेहद खराब है

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उन्होंने कहा कि हम लापरवाह नहीं हो सकते, तत्काल एक्शन लेना होगा।भास्कर को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मंडाविया ने बताया कि चीन की हालत तो बेहद खराब है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि पिछली बार भी हमने बाकी देशों के मुकाबले कोविड को बेहतर तरीके से हैंडल किया था। हमारे पास अनुभव है इसलिए इस बार भी अच्छे से हैंडल कर लेंगे। कोरोना वायरस महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सोमवार को संसद के मानसून सत्र का आगाज हुआ।

सदस्य फेस शील्ड पहनकर सदन में पहुंचे

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लोकसभा की बैठक में शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्री और सदस्य मास्क पहनकर पहुंचे और सामाजिक दूरी की अनुपालन सुनिश्चित की।प्रधानमंत्री मोदी ने नीले रंग का थ्री प्लाई मॉस्क पहन रखा था तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान मधुबनी मास्क पहने नजर आए। तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी तथा कुछ सदस्य फेस शील्ड पहनकर सदन में पहुंचे।कोरोना महामारी के खौफ के बीच शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में न केवल सदन की बैठक व्यवस्था से लेकर कार्यवाही तक बदली-बदली नजर आई।

56 लोग कोरोना से संक्रमित मिले

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संसद परिसर में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद से लेकर कर्मचारी और सुरक्षा बल फेस मास्क पहने और दो गज दूरी का पालन करते दिखे।हालांकि, सत्र से पहले ही 25 सांसद और दोनों सदनों के अधिकारी, कर्मचारी और मीडियाकर्मी सहित 56 लोग कोरोना से संक्रमित मिले। संक्रमित सांसदों में 17 लोकसभा और आठ राज्यसभा के हैं।पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही में 359 सांसदों ने हिस्सा लिया, मगर सिर्फ 45 सांसदों ने ही एप से हाजिरी लगाई। चार घंटे की कार्यवाही में सभी सांसदों ने बैठकर सवाल-जवाब किए। संसद में पहली बार कार्यवाही के लिए दोनों सदनों और दीर्घाओं का इस्तेमाल किया गया।

प्रश्नकाल सदन की कार्यवाही का अहम हिस्सा है

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हमेशा रौनक में रहने वाला मीडिया स्टैंड पूरी तरह खाली था।लोकसभा में जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, पहली बार प्रश्नकाल नहीं होने पर विपक्ष ने हंगामा करते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, प्रश्नकाल सदन की कार्यवाही का अहम हिस्सा है।विशेष परिस्थितियों का हवाला देकर दरअसल लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की जा रही है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार ने हमारे सवाल पूछने का अधिकार छीन लिया है।

जबकि इससे पहले के वित्त वर्ष में इसी दौरान 36.2 बिलियन डॉलर खर्च करके 74.9 मिलियन टन कच्चे तेल का आयात किया गया था।

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