अभिनेता रणबीर कपूर की फिल्म
शमशेरा का ट्रेलर शुक्रवार को रिलीज हुआ, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया। फिल्म में रणबीर के साथ ही संजय दत्त और वाणी कपूर मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म से जुड़े एक इवेंट में संजय दत्त को लेकर रणबीर ने कहा कि अभी उन पर चार बायोपिक और बन सकती हैं। इसके साथ ही रणबीर ने साउथ वर्सेज हिंदी सिनेमा की डिबेट पर भी रिएक्ट किया।
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संजय पर बन सकती हैं 4 और बायोपिक
संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित फिल्म संजू (2018) में मुख्य किरदार निभाने वाले कपूर का कहना है कि संजय दत्त को अदाकारी की दुनिया में अभी लंबा सफर तय करना है तथा उन पर ऐसी चार और फिल्में बन सकती हैं। रणबीर ने कहा, ‘अपने शानदार व्यक्तित्व और अभिनय क्षमता के कारण संजय दत्त सच्चे मायनों में एक दिग्गज हस्ती हैं। उनके जीवन पर आधारित फिल्म (बायोपिक) में काम करना मेरे लिए यादगार अनुभव था। उन्हें अभिनय जगत में अभी कई साल काम करना है। उन पर चार और बायोपिक बन सकती हैं।’
रणबीर की अलमारी में संजय का पोस्टर
संजय दत्त की मौजूदगी में यादों का पिटारा खोलते हुए कहा,’बचपन में मेरी अलमारी पर संजय दत्त, जबकि मेरी बहन की अलमारी पर सलमान खान का पोस्टर होता था। जब मैं थोड़ा बड़ा हुआ तो संजय दत्त एक पारिवारिक मित्र के तौर पर मुझे अपने घर बुलाते थे और अपनी कार में घुमाते थे।’ रणबीर ने कहा कि फिल्म ‘शमशेरा’ में क्रूर खलनायक की भूमिका अदा कर रहे संजय के सामने नायक का किरदार निभाना उनके लिए बचपन के किसी सपने के सच होने जैसा है।
रणबीर के लिए क्या बोले संजय दत्त
वहीं, संजय दत्त ने कहा कि राजकुमार हीरानी निर्देशित फिल्म ‘संजू’ में उनका किरदार रणबीर से बेहतर कोई और अभिनेता नहीं निभा सकता था। उन्होंने कहा, ‘फिल्म संजू का किरदार रणबीर द्वारा अब तक निभाए गए बेहतरीन किरदारों में से एक है। यह बात मैं इसलिए नहीं कह रहा हूं कि उन्होंने इस फिल्म में मेरा किरदार निभाया था। यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने इस किरदार के जरिये अपने अभिनय कौशल का लोहा मनवाया था।’ 62 वर्षीय संजय दत्त ने रणबीर के प्रति स्नेह जताते हुए उन्हें अपने छोटे भाई की तरह बताया और कहा कि वह किसी भी फिल्मी किरदार को बखूबी निभा सकते हैं।
नॉर्थ वर्सेज साउथ सिनेमा पर क्या बोले रणबीर
कमाई के पैमाने पर दक्षिण भारतीय सिनेमा बनाम हिंदी सिनेमा को लेकर जारी बहस के बीच अभिनेता रणबीर कपूर का मानना है कि उम्दा कहानी पर बनी कोई भी फिल्म भाषा और क्षेत्र की सीमा के पार जाकर टिकट खिड़की पर शानदार प्रदर्शन कर सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की सभी भाषाओं की फिल्मों को ‘भारतीय फिल्मों’के रूप में संबोधित किया जाना चाहिए। रणबीर ने कहा, ‘हमारी संस्कृति, संस्कारों और परंपराओं से जुड़ी उम्दा कहानियों पर आधारित फिल्में भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में सफल हो सकती हैं। आप किसी उम्दा कहानी पर फिल्म बनाएं तो यह भाषा और क्षेत्र की सीमा के पार जाकर सफलता के झंडे गाड़ सकती है।
साउथ फिल्में हमेशा से अच्छा प्रदर्शन करती आई हैं
रणबीर से पूछा गया था कि क्या मौजूदा दौर में हिंदी फिल्में सिनेमाघरों में तभी बंपर कमाई कर सकती हैं, जब उनमें दक्षिण भारतीय फिल्मों की तर्ज पर एक्शन से भरपूर दृश्यों को भव्यता से पर्दे पर पेश किया जाए? जवाब में रणबीर ने कहा, ‘दक्षिण भारतीय भाषाओं में बनी फिल्में हमेशा से अच्छा प्रदर्शन करती आई हैं। हमारी हिंदी फिल्में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। हमें इन सभी भाषाओं की फिल्मों को भारतीय फिल्मों के रूप में संबोधित करना चाहिए, क्योंकि हम पूरे देश के लिए फिल्में बना रहे हैं। आप कोई भी फिल्म बनाएं, आपको उसमें उम्दा कहानी, प्रभावी किरदारों, भू-भाग के शानदार फिल्मांकन और रचनात्मकता के जरिये वह सब पेश करना ही होगा, जिसकी वजह से दर्शक सिनेमाघरों तक खिंचे चले आते हैं।
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