कानपुर में गौसेवक की गोली मारकर हत्या
कानपुर में गौसेवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शव बंबी के पास पड़ा मिला। मुंह में कपड़ा ठुंसा था और खून से सनी रस्सी व टूटा तमंचा बगल में पड़ा था। कुछ दूर गौसेवक की बाइक पड़ी हुई थी। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने डॉग स्क्वॉयड के साथ घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाए। सीओ के मुताबिक कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। 36 घंटे के भीतर वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।
Recruitment of Assistant Officers in Finance Function
मारते समय उसकी शर्ट फाड़कर मुंह में ठूंस दी थी
साढ़ थाना क्षेत्र के पड़री गांव में रहने वाले ननखा के दो बेटों में मानसिंह उर्फ लालू यादव (27) सबसे छोटा था। लालू कानपुर में गौसेवक का काम करता था।रविवार सुबह खेतों की ओर निकले ग्रामीणों ने उसका शव पड़ा देखा तो सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि लालू के माथे पर गहरी चोट का निशान हैं।
शनिवार रात साढ़े नौ बजे वह घर से खाना खाकर बाइक से गोशाला के लिए निकला था। सुबह खेतों की तरफ गए ग्रामीणों ने देखा कि लालू का शव बंबी के किनारे पड़ा है। पुलिस ने जाकर जांच की तो पता चला कि लालू की बाइक बंबी के अंदर पड़ी थी। कुछ मीटर की दूरी पर लालू का शव पड़ा था।
मुंह में कपड़ा ठुंसा हुआ था, कपड़े फटे हुए थे और सिर पर घाव थे। पास ही उसके गले का रुद्राक्ष माला टूटा पड़ा था और तमंचे की बट, स्प्रिंग, ट्रिगर टूटा पड़ा था। थोड़ी ही दूर खून से सनी प्लास्टिक की रस्सी भी पड़ी थी। मौके पर देखकर ऐसा लग रहा था कि, उसे रस्से से खींचा गया है।
पुलिस का मानना है कि हत्यारों ने पहले लालू को रस्सी से बांधकर घसीटा और फिर गोली मार दी। परिजनों के विरोध के बावजूद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इससे पता चला कि उसके माथे पर तमंचा सटाकर गोली मारी गई जो आर-पार होगई।लालू यादव का सोमवार को तिलक था। उसकी शादी बड़े भाई राजन की साली के साथ बकेवर के किशनपुर मंडौली में तय हुई थी। राजन ने बताया कि आठ जुलाई को शादी थी। लालू शनिवार शाम को कार्ड बांटकर घर लौटा था।
कानपुर में गौसेवक का भाई भी संदेह के घेरे में
पुलिस की जांच जिस बिंदु पर आगे बढ रही है उसमें लालू का भाई राजन भी शक के घेरे में है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इनके माता-पिता का कई साल पहले निधन हो चुका है। दोनों भाई एक ही घर में रहते हैं लेकिन लालू व अविवाहित छोटी बहन सोनी का खाना अलग बनता था। राजन व उसकी पत्नी का भोजन अलग बनता है। बताया जा रहा है कि राजन इस शादी के खिलाफ था इसलिए दोनों भाइयों में दूरियां हो गई थीं।
भाजपा कार्यकर्ता द्वारा राजस्व विभाग के कार्य एव न्याय प्रभावित करने का प्रयास?
राजन द्वारिका के हिस्से की जमीन पर भी काबिज है
नलकूप व बाग में घूमकर लौट आया खोजी कुत्ता
राजन के पिता ननखा व द्वारिका दो भाई थे। द्वारिका का इकलौता बेटा था जो 15 साल से लापता है। वह कहां गया और उसके साथ क्या घटना घटित हुई इस बारे में भी ग्रामीणों को कोई जानकारी नहीं है। बताया गया कि अपने पिता की जमीन के साथ राजन द्वारिका के हिस्से की जमीन पर भी काबिज है।