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बिहार के छपरा में नकली शराब मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है

बिहार में शराब मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है

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बिहार के छपरा में नकली शराब मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस क्राइम ब्रांच ने उसे दिल्ली में पकड़ा है। मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू है, जिसकी उम्र 35 साल है। गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने बिहार पुलिस को जानकारी दी है। राम बाबू पर केमिकल डालकर शराब तैयार करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बिहार में जहरीली शराब पिलाकर 80 लोगों की जान लेने वाले आरोपी को दिल्ली के द्वारका इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपी बिहार में जहरीली शराब परोसने का मास्टरमाइंड है।

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गिरफ्तार आरोपी की पहचान रामबाबू महतो के रूप में हुई है

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गिरफ्तार आरोपी की पहचान रामबाबू महतो के रूप में हुई है। आरोपी के खिलाफ 7 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार में जहरीली शराब शराब पीने से 80 लोगों की मौत होने के बाद आरोपी दिल्ली आ गया था। वह दिल्ली के द्वारका इलाके में छुप कर रहा था। अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर संजय कुमार की टीम को सूचना मिली थी कि रामबाबू महतो द्वारका इलाके में छुप कर रहा है। पुलिस टीम ने आरोपी को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। इसी आरोपी ने शराब में केमिकल डालकर शराब तैयार की थी।

ज़हरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बिहार ज़हरीली शराब कांड मामले में मुख्य मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया,हाल ही में बिहार के छपरा ,सीवान और कई और जगहों में ज़हरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में राजनीति भी गर्म रही। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधासभा में कहा था कि मृतकों के परिवारों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा,उन्होंने कहा जो पीयेगा वो मरेगा। बिहार के छपरा के जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड को दिल्ली में दबोच लिया गया है।

कथित मास्टरमाइंड राम बाबू की पुलिस को कई दिनों से तलाश थी

कथित मास्टरमाइंड राम बाबू की पुलिस को कई दिनों से तलाश थी। वह बिहार से भागकर दिल्‍ली में छिपा था, जहां दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच की ओर से यह जानकारी दी गई है। बताते चलें कि छपरा में शराब पीने से लगभग 77 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, शराब पीने वाले बहुत से अन्‍य लोगों की हालत कई दिनों तक खराब रही। इस मामले की जांच में सामने आया कि जो शराब लोगों ने पी, वो जहरीली थी। उसे चोरी-छिपे खरीदा-बेचा जाता था। लोगों की मौत होने पर सरकार सवालों के घेरे में थी।

मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू (35) है

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इस मामले में बिहार पुलिस ने राज्‍य के ही कई स्‍थानों से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अनुसार, बिहार शराब कांड में पकड़े गए मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू (35) है. दिल्ली क्राइम ब्रांच का दावा है कि मास्टरमाइंड आरोपी राम बाबू ने ही शराब में केमिकल डालकर तैयार की थी। बता दें कि अकेले बिहार के सारण में ही जहरीली शराब पीने से 75 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं आसपास के जिलों में हुई मौतों को मिलाकर कुल आंकड़ा 83 के पार हो चला है। क्राइम ब्रांच का दावा है कि मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद बिहार शराब कांड के कई गहरे राज से पर्दा उठेगा।

राम बाबू महतो बिहार के सारण का रहने वाला है

क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के मुताबिक क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल को पता चला इस ज़हरीली शराब कांड का मास्टरमाइंड रामबाबू महतो दिल्ली में छिपा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपी को द्वारका से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक राम बाबू महतो बिहार के सारण का रहने वाला है। उसके परिवार में उसके 4 भाई और 2 बहने हैं,उसके 8वीं तक पढ़ाई की है। उसके मुताबिक उसके परिवार की आर्थिक हालत खराब है इसलिए उसने शराबबंदी के बाद जल्दी पैसा कमाने के लिए मिलावटी शराब बनाना और बेचना शुरू किया।

आरोपी के खिलाफ इसी तरह के 7 मामले पहले से दर्ज हैं

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आरोपी के खिलाफ इसी तरह के 7 मामले पहले से दर्ज हैं। रामबाबू महतो की गिरफ्तारी की सूचना बिहार पुलिस को दे दी है। छपरा जहरीली शराबकांड का दुष्‍प्रभाव लोग अब तक झेल रहे हैं। यहां शराब पीने से कई लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई थी। जहरीली शराब के कारण छपरा जिले के मशरक, इसुआपुर, अमनौर और मढ़ौरा प्रखंड क्षेत्र में हाहाकार मच गया था। हफ्तेभर में जगह-जगह मौतें हुईं। कुछ ही दिनों में मौत का आंकड़ा 10 से बढ़कर 20 और फिर 70 के पार जा पहुंचा।

 14 दिसंबर की सुबह तक एक-एक कर 7 लोगों ने दम तोड़ दिया

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एबीपी न्‍यूज नेटवर्क की खबरों के मुताबिक, 13 दिसंबर की रात को इसुआपुर के डोईला गांव में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब होने की बात सामने आई। तब रात से लेकर 14 दिसंबर की सुबह तक एक-एक कर 7 लोगों ने दम तोड़ दिया। बाद में पता चला कि सबकी मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई। जहरीली शराब के कारण अमनौर के हुस्सेपुर में भी कुछ लोगों ने दम तोड़ा। इसके अलावा मढ़ौरा के लाला टोला में भी एक शख्स के मरने की बात सामने आई। बड़ी संख्‍या में पीडितों के पहुंचने पर सदर अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।

इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि कई लोगों की जानें गई हैं। उसकी वजह मादक पदार्थ या नकली शराब पीना हो सकता है। वहीं, बाद में यह मामला विधानसभा में गूंजा।

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