शुरुआती कुछ दिनों में बारिश की कमी
मॉनसून दिल्ली पहुंचने से बस कुछ ही दिन दूर है और पहले 10 दिनों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण इस साल एक मार्च से अब तक केवल 72.5 मिमी बारिश हुई, जबकि इस दौरान सामान्य बारिश का स्तर 107.3 मिमी रहना चाहिए।मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में मार्च में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई और अप्रैल में 12.2 मिमी के मासिक औसत के मुकाबले बेहद मामूली 0.3 मिमी वर्षा हुई।
कम वर्षा से गर्मी का प्रकोप बढ़ गया।मार्च से अब तक केवल 72.5 मिमी बारिश हुई, जबकि इस दौरान सामान्य बारिश का स्तर 107.3 मिमी रहना चाहिए। मार्च में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई और अप्रैल में 12.2 मिमी के मासिक औसत के मुकाबले बेहद मामूली 0.3 मिमी वर्षा हुई। कम वर्षा से गर्मी का प्रकोप बढ़ गया। राजधानी में वर्ष 1951 के बाद से इस साल का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल दर्ज किया गया। जिसमें मासिक औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार
दिल्ली में मानूसन के पहुंचने की तिथि निर्धारित नहीं
राजधानी में इस साल गर्मी के मौसम में अब तक 27 दिन अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और इससे अधिक दर्ज किया गया, जो वर्ष 2012 के बाद से सबसे अधिक है। वर्ष 2012 में शहर में 30 दिन अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया था। एक जून से, जब मानसून का मौसम शुरू होता है, दिल्ली में सामान्य 59.5 मिमी के मुकाबले सिर्फ 24.5 मिमी बारिश हुई है। यह बारिश 16 जून से 20 जून के बीच हुई थी। हालांकि, स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत के अनुसार
जुलाई के पहले सप्ताह में मॉनसून भारी बारिश से बरसात की कमी दूर होने और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि आईएमडी ने अभी दिल्ली में मानूसन के पहुंचने की तिथि नहीं निर्धारित की है। लेकिन मौसम कार्यालय ने बताया कि मानसून 29 जून तक उत्तर पश्चिम भारत और छह जुलाई तक पूरे देश में मॉनसून छा जाएगा। आईएमडी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 28 से 30 जून तक मॉनसून व्यापक वर्षा होने का अनुमान है, जबकि 29-30 जून को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बारिश के आसार हैं।
1951 के बाद इस साल सबसे गर्म रहा अप्रैल
राजधानी में वर्ष 1951 के बाद से इस साल का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल दर्ज किया गया, जिसमें मासिक औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था। लंबे समय तक लू चलने से दिल्ली के कुछ हिस्सों में मई में अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार राजधानी में इस साल गर्मी के मौसम में अब तक 27 दिन अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और इससे अधिक दर्ज किया गया, जो वर्ष 2012 के बाद से सबसे अधिक है।
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जुलाई के पहले सप्ताह में हो सकती है भारी बारिश
हालांकि, स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत के अनुसार, जुलाई के पहले सप्ताह में भारी बारिश से बरसात की कमी दूर होने और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 29 जून से फिर से बारिश होगी। दिल्ली में मॉनसून के 30 जून या एक जुलाई तक पहुंचने की संभावना है।हालांकि आईएमडी ने अभी दिल्ली में मॉनूसन के पहुंचने की तिथि नहीं निर्धारित की है, लेकिन मौसम कार्यालय ने बताया कि मॉनसून 29 जून तक उत्तर पश्चिम भारत और छह जुलाई तक पूरे देश में छा जाएगा।