
साइबर ठगी की तुरंत करें शिकायत

साइबर ठगों द्वारा ठगी गई धनराशि एडीसीपी अपराध पीयूष कुमार ने कार्ड, शेयर ट्रेडिंग में अधिक मुनाफा, घर बैठे कमाई जैसे झांसों में न आएं। मोबाइल फोन पर सीबीआई या क्राइम ब्रांच टीम बताकर धमकाने वालों के नंबर ब्लैकलिस्ट में तुरंत डाल दें। मोबाइल फोन पर भेजे गए लिंक को बिल्कुल ओपन न करें।>>>Visit: Samadhanvani
घरेलू मशीन या अन्य सहायता के लिए गूगल पर सर्च किए गए मोबाइल नंबर और कॉलर पर कतई विश्वास न करें। कंपनी की अधिकृत हेल्पलाइन सेवा को पहले जांच लें,शिकायत के दौरान बैंक या अन्य दस्तावेजों की जानकारी न दें और ओटीपी आदि शेयर न करें। उन्होंने बताया कि cyber अपराधी फर्जी सिम और आईडी से लोगों को झांसे में लेकर ठगी करके लुप्त हो जाते हैं। एक गलती से उनकी जीवनभर की कमाई खातों से साफ हो सकती है। समय के साथ-साथ साइबर ठग भी नई-नई तरकीबों और प्रलोभनों से लोगों को झांसे में लेकर रुपये ठग रहे हैं। ऐसे में आमजन भी खुद को अपडेट रखें।यह भी पढ़ें:अगस्त्य फूल पेट की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है
एडीसीपी अपराध ने साइबर ठगी के बारे में दी जानकारी

उन्होंने केवाईसी cyber अपराध, ऑनलाइन जॉब cyber अपराध, ऑनलाइन शॉपिंग cyber अपराध, डिजिटल अरेस्ट, ऑनलाइन गेमिंग cyber अपराध आदि के बारे में बताया। कोई भी cyber ठगी होने पर 1930 नंबर पर जानकारी दें, जितनी जल्दी ठगी की जानकारी मिलेगी पुलिस उतनी जल्दी अपराधी को पकड़ सकेगी। स्कूल प्रधानाचार्या अनुपम भारद्वाज ने एडीसीपी का आभार व्यक्त किया।सुशीला गर्ल्स इंटर कॉलेज में छात्राओं को एडीसीपी अपराध ने cyber ठगी के बारे में दी जालसाजों से सावधान रहने की दी सलाह



