कोविड महामारी का प्रकोप कम होने से अप्रैल में घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर 83 फीसदी की वृद्धि के साथ 1.05 करोड़ रहने का अनुमान है। यह महामारी-पूर्व के स्तर की तुलना में मात्र पांच प्रतिशत कम है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को यह जानकारी दी। अप्रैल, 2019 में भारतीय एयरलाइंस से 1.1 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की थी।
इक्रा ने कहा कि घरेलू एयरलाइनों के अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या महामारी-पूर्व के स्तर करीब 1.83 करोड़ को पार कर 1.85 करोड़ पर पहुंच गई है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक मुद्दों की वजह से विमान ईंधन (एटीएफ) के बढ़ते दाम पुनरुद्धार की प्रक्रिया के लिए एक बड़ा खतरा हैं
इक्रा के उपाध्यक्ष और खंड प्रमुख सुप्रियो बनर्जी ने बताया कि अप्रैल, 2022 में औसतन रोजाना 2,726 उड़ानें रवाना हुईं, जो पिछले वर्ष के समान महीने के 2,000 के आंकड़े से अधिक है। यह मार्च, 2022 के आंकड़े 2,588 से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में घरेलू एयरलाइन परिचालन में लगभग सामान्य हालात को देखते हुए यात्री यातायात में पुनरुद्धार तुलनात्मक रूप से तेज गति से होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एटीएफ की ऊंची कीमतों उद्योग के लिए चुनौती बनी हुई है और यह भारतीय एयरलाइंस के मुनाफे को प्रभावित करेंगी।