आज, 22 नवंबर, 2023 को संबलपुर, ओडिशा में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती। द्रौपदी मुर्मू ने ब्रह्माकुमारीज़, संबलपुर, शिक्षा अभियान, “New Education for New India” का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का लक्ष्य बेहतर समाज के लिए बच्चों में चेतना जगाना और उनमें मूल्यों का संचार करना है।
New Education for New India
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में अपनी टिप्पणी में कहा कि शिक्षा हमेशा समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कारक रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सहानुभूति, समानता और सेवा जैसे नैतिक और मानवीय मूल्य हमारी सभ्यता का आधार हैं और युवाओं को इन ऊंचे मानकों से अवगत कराया जाना चाहिए। समाज को बेहतर बनाने के लिए, उन्हें अपने बूढ़े माता-पिता और वंचित समूहों के लोगों की देखभाल करनी चाहिए।
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नैतिक शिक्षा
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को बच्चों में इन आदर्शों के प्रति अच्छा दृष्टिकोण पैदा करना चाहिए। राष्ट्रपति के अनुसार, नैतिक शिक्षा सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देती है और जीवन के विकास में सहायता करती है। नैतिक शिक्षा हमें दया, मित्रता, करुणा और भाईचारे के गुणों के बारे में बताती है। इन गुणों से युक्त व्यक्ति सकारात्मक परिवर्तनों का अनुभव कर सकता है।
व्यक्तिगत सदस्यों में सकारात्मक सुधार से बेहतर समाज का निर्माण हो सकता है। उन्होंने यह जानकर संतोष व्यक्त किया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय स्वर्गीय अनुभवों, चरित्र विकास और आत्म-साक्षात्कार को बढ़ावा देकर खुशी, खुशी और शांति का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।