भारत विश्व का पहला देश जहां कथा का जन्म हुआ : प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी

भारत विश्व का पहला देश जहां कथा का जन्म हुआ : प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी

कथा संवाद समृद्ध कर रहा है हमारी वाचिक परंपरा : डॉ. संजय द्विवेदी

डॉ. संजय द्विवेदी भारत विश्व का पहला देश

संवाददाता गाजियाबाद। भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने कहा कि भारत विश्व का पहला देश है जहां कथा का जन्म हुआ। हमसे ही किस्सागोई की परंपरा हमसे ही पूरे विश्व में फैली है। हमारी वाचिक परंपरा ने ही वेद, पुराण, उपनिषद जैसे ग्रंथों को संरक्षित करने का काम किया है। मीडिया 360 लिट्रेरी फाउंडेशन के “कथा संवाद” में बतौर अध्यक्ष श्री द्विवेदी ने कहा कि कथा संवाद जैसे आयोजन इसे समृद्ध करने का महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं।

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रेणु हुसैन ने “वह दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत थी” का पाठ किया

होटल रेडबरी में आयोजित कथा संवाद में मुख्य अतिथि रेणु हुसैन ने कहा कि जब हम कहानी पर गहराते संकट पर चिंता जताते हैं तो हमें आश्वस्त होना चाहिए कि ऐसी कार्यशालाएं भी हैं भारत विश्व का जो कहानी को संरक्षित करने का काम कर रही हैं। रेणु हुसैन ने “वह दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत थी”, अर्चना शर्मा ने “वो कहां था”, पुष्पा जोशी ने “उत्तराधिकारी”, रिंकल शर्मा ने “प्यारा सा ठग”, रश्मि वर्मा ने “फोर बैडरूम फ्लैट”, मीडिया 360 लिट्रेरी फाउंडेशन के अध्यक्ष शिवराज सिंह ने कहानी “इकलौती” एवं सिनीवाली ने अपने उपन्यास अंश का पाठ किया।रेणु हुसैन भारत विश्व का पहला देश

आलोक यात्री ने कहा सोशल मीडिया से बोनसाई संस्कृति को बढ़ावा

भारत विश्व का पहला देश

भारत विश्व का सभी रचनाओं की मुक्त कंठ से सराहना की गई। वरिष्ठतश रचनाकार सुभाष चंदर ने कहा कि नए रचनाकारों को ध्यान रखना चाहिए कि लेखन विन्यास की वह प्रक्रिया है जिसमें एक सलाई लेखक तो दूसरी पाठक के हाथ में होती है। बंधन ढ़ीला होते ही पाठक कट जाता है। आलोक यात्री ने कहा कि सोशल मीडिया साहित्य में बोनसाई संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे समय में “कथा संवाद” की कार्यशाला कहानी के अस्तित्व पर मंडरा रहे संकट को दूर करने का प्रयास कर रही है।

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इस मौके पर डॉ. पूनम सिंह एवं तेजवीर सिंह को “दीप स्मृति कथा सम्मान”

कहानियों पर विमर्श में विपिन जैन, डॉ. महकार सिंह, सुरेंद्र सिंघल, अनिल शर्मा, अक्षयवर नाथ श्रीवास्तव, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. बीना शर्मा, वागीश शर्मा, तेजवीर सिंह, मुकेश भटनागर, देवव्रत चौधरी ने सक्रिय हिस्सेदारी निभाई। कार्यक्रम का संचालन रिंकल शर्मा ने किया। इस मौके पर डॉ. पूनम सिंह एवं तेजवीर सिंह को “दीप स्मृति कथा सम्मान” व मनु लक्ष्मी मिश्रा को “किआन कथा सम्मान” प्रदान किया गया। “किआन कथा सम्मान” व अद्विक प्रकाशन के संस्थापक अशोक गुप्ता ने कहा कि आज कलमकारों के बीच पुस्तक प्रकाशन की स्पर्धा तेजी से बढ़ रही है।

डॉ. कायनात क़ाज़ी के यात्रा वृत्तांत “देवगढ़ के गोंड” का विमोचन

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जिससे स्तरीय लेखन पीछे छूटता जा रहा है। गुणवत्ता और परिमाण का अंतर साहित्य के लिए घातक है। इस अंतर को पाटने और साहित्य को स्थापित करने का काम “कथा संवाद” जैसे मंचों के माध्यम से ही संभव है। इस अवसर पर प्रो. अशोक सिन्हा के उपन्यास “एक रूह दो दिल”, मधु अरोड़ा के कहानी संग्रह “तमाशा”, जवाहर चौधरी के काव्य संग्रह “गांधी जी की लाठी में कोंपलें” एवं डॉ. कायनात क़ाज़ी के यात्रा वृत्तांत “देवगढ़ के गोंड” का भी विमोचन किया गया।इस अवसर पर

कार्यक्रम का समापन लेखक शेखर जोशी को श्रद्धांजलि से हुआ

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डॉ. तारा गुप्ता, सुशील कुमार शर्मा, डॉ. प्रीति कौशिक, अनिमेष शर्मा, शकील अहमद सैफ, सत्यनारायण शर्मा, राष्ट्रवर्धन अरोड़ा, पराग कौशिक, आर. एल. शर्मा, शैलजा सिंह, अविनाश, प्रभात चौधरी, योगेश सिंह, अभिषेक कौशिक, सिमरन, कपिल कुमार, संगीता चौधरी, अजय कुमार, प्रभाकर नागपाल, साजिद खान सहित बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद थे। भारत विश्व का कार्यक्रम का समापन लेखक शेखर जोशी को श्रद्धांजलि से हुआ।